Suniel Sir

Suniel Sir Blog

CDN Kya Hota Hai और इसके क्या फायदे तथा नुकसान हैं

नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका एक और नए तथा जरूरी टॉपिक में। जिसका नाम है CDN Kya Hota Hai? CDN का मतलब होता है “Content Delivery Network” ये इंटरनेट इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत ही इम्पोर्टेन्ट कॉम्पोनेन्ट होता है। CDN को websites, web applications आदि अपने कॉन्टेंट को अपने users को फ़ास्ट loading speed देने के लिए करते हैं। इसके अलावा इससे यूजर एक्सपेरिंस बेहतर होता है और इसकी वजह से आपकी हलकी Hosting पर भी ज्यादा लोड नहीं पड़ता है।

CDN Kya Hota Hai
CDN Kya Hota Hai

What is CDN in Hindi – CDN Kya Hota Hai

दोस्तों अगर आपने CDN के बारे में पहले से सुना हो लेकिन आपको इसके बारे में पूरी नहीं है तो घबराएं नहीं आज के बाद आपके दिमाग में CDN को लेकर कोई सवाल नहीं रहेगा।

तो सबसे पहले सवाल तो यही आता है की CDN Kya Hota Hai? जैसा की आप जानते ही होंगे की इंटरनेट पर मौजूद सभी websites किसी न किसी Data Server से जुडी होती है, Data Server वो जगह है जहाँ पर वेबसाइट का Data सेव होता है, और इसी Data Server से यूजर को डेटा सर्व किया जाता है फिर चाहे हो किसी भी country से क्यूँ न हो।

इसीलिए हमारी वेबसाइट किसी जगह बहुत अच्छा परफॉर्म करती है और किसी जगह बहुत ख़राब। यानी अलग अलग location से मिलने वाली prompt की वजह से Data Server पर Load पड़ता है और वेबसाइट की स्पीड Slow हो जाती है। जिसका इफ़ेक्ट हमारी वेबसाइट की रैंकिंग पर भी पढता है।

इसी वजह से अधिकतर websites CDN का इस्तेमाल करती हैं, CDN हमारी वेबसाइट के डाटा की कॉपी अलग अलग locations के servers पर भेज देता है, अब इससे यह होता है, एक तो हमारे Main Server पर ज्यादा load नहीं रहता इसके अलावा अगर हमारी वेबसाइट पर किसी दूसरी Country से कोई request आती है तो CDN उसके पास वाले server से उसको हमारी वेबसाइट दिखाता है। जिसकी वजह से हमारी वेबसाइट की Speed तेज हो जाती है।

CDN कॉन्टेंट डिलीवरी करने के लिए किस किस तकनीक को इस्तेमाल करता है ?

CDN content डिलीवरी के लिए निचे दी गयी services को इस्तेमाल करता है जिससे आपकी वेबसाइट की स्पीड बढ़ती है।

Caching: CDN दुनिया भर के servers पर वेबसाइट को Cache करता है ताकि सबसे करीबी डाटा सर्वर के द्वारा user को वेबसाइट डिलीवर कर सके, जिससे वेबसाइट को खुलने में कम समय लगता है।

Load Balancing: CDN यह भी देखता है की किसी एक server पर ज्यादा लोड न पड़े इसीलिए CDN इसको हमेशा Balance करके रखता है।

Content optimization: CDN न सिर्फ आपकी वेबसाइट को अलग अलग सर्वर पर भेजकर उसकी स्पीड बढ़ाने में मदद करता है इसके अलावा यह आपकी वेबसाइट पर मौजूद Heavy Files, Images, css आदि के साइज को भी Reduce करता है।

Security: CDN आपकी वेबसाइट को protect करने के लिए उसपे, SSL/TLS encryption, DDoS कई तरह की प्रोटेक्शन शील्ड भी लगाता है, जिससे आपकी वेबसाइट पर होने वाले किसी भी प्रकार के Cyber Attack से बचाया जा सके।

Benefit of Using CDN on Website – CDN के क्या फायदे हैं

एक Website या ब्लॉगर के लिए CDN के काफी सारे फायदे होते हैं जिनमें से कुछ फायदों के बारे में नीचे गया है –

1 – Increasing page speed

आपकी Website को अलग – अलग location के सर्वर द्वारा Serve होने के वजह से आपकी Website की Speed बढ़ जाती है. ऐसे में जब भी कोई रीडर आपकी Website पर आता है तो आपकी Website तेज लोड होती है. जो की आपके रीडर्स को एक पॉजिटिव सिग्नल देती है.

2 – Improves Google Ranking

Google Ranking में Website Speed एक बहुत बड़ा Ranking Factor होता है. अगर कोई Reader आपकी Website तक पहुँचता है और आपकी Website Load होने में समय लगाती है तो इससे Negative effect पड़ता है और आपकी वेबसाइट Ranking से निचे खिसकने लगती है.

वहीं जब आप CDN का इस्तेमाल करतें हैं तो आपकी Website की Speed बढती है. वेबसाइट की स्पीड बढ़ने से वेबसाइट की रैंकिंग बेहतर होती जाती है.

3 – Prevents Server Crash

जैसे जैसे website में Traffic बढ़ता जाता है, वैसे वैसे Server crash होने के Chance बढ़ते जाते हैं। लेकिन CDN की वजह से आपकी वेबसाइट काफी तरह के attacks से बच सकती है।

लेकिन जब आप CDN का इस्तेमाल करते हो तो Server Crash की समस्या से बचा जा सकता है. क्यूंकि Website का Content अलग – अलग Location पर अलग – अलग सर्वर के द्वारा Serve किया जाता है. जिससे Server Crash होने नहीं रहता है.

4 – Improves User Experience

ऐसी websites जो जल्दी खुलती है ऐसी साइट्स पर यूजर अधिक समय देना पसंद करते है। क्यूंकि आज के इंतज़ार करना किसी को भी पसंद नहीं है। CDN की मदद से आपकी Website की Loading Speed बढ़ जाती है जिसकी वजह से User Website पर आना पसंद करते हैं. और आपकी Website पर User Experience भी बेहतर होता है.

5 – Secures the website

हैकर्स के लिए एक आम वेबसाइट को टारगेट करना बहुत आसान होता है लेकिन CDN आपकी Website की Security को काफी हद तक इम्प्रूव करता है. CDN के DDoS Mitigation, Security Certificate etc. Functions के द्वारा आपको आपकी Website की Security की चिंता नहीं करनी बढती है.

6 – Provides Free SSL Certificate

ऐसे काफी सारे CDN सर्विस प्रोवाइडर हैं जो आपको लाइफ टाइम के लिए फ्री में SSL certificate प्रोवाइड करते हैं। आपको फ्री में लाइफ टाइम के लिए SSL certificate Provide करा देता है. जिससे आपको अलग से SSL Certificate खरीदने की जरुरत नहीं पड़ती है.

7 – Reduces Bounce Rate

अधिकतर websites owner ये issue फेस करते हैं की उनकी वेबसाइट का बाउंस रेट बहोत ज्यादा है। और इसको कम करने के लिए वो काफी तरह की कोशिश भी करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं की website बाउंस रेट बढ़ने का एक मैं कारन आपकी साइट की स्पीड भी है।

जब यूजर आपकी साइट पर आता है और आपकी साइट लोड होने में समय लेती है तो यूजर आपकी साइट को छोड़ कर चला जाता है। लेकिन CDN का इस्तेमाल करने से Website की Speed बढ़ती है जिससे User देर तक आपकी Site पर रहता है जिससे Bounce Rate कम हो जाता है।

CDN कितने प्रकार के होते हैं? – CDN Kya Hota Hai

CDN कई प्रकार के होते हैं, हर एक को विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है:

Push CDN: पुश सीडीएन में कंटेंट को कैश सर्वर पर स्टोर कर लिया है, जिसे यूजर्स के द्वार अनुरोध किए जाने से पहले ही कंटेंट उपलब्ध हो जाता है। ये प्रेडिक्टेबल ट्रैफिक पैटर्न और बार-बार बदलने वाले कंटेंट के लिए उपयोगी होता है।

Pull CDN: Pull CDN में कॉन्टेंट को Cache सर्वर्स पर तभी स्टोर किया जाता है जब उसेर्स उससे Request करते हैं। ये unpredictable ट्रैफिक पैटर्न्स और frequently चेंज होने वाले कॉन्टेंट के उपयोगी होता है।

Hybrid CDN: Hybrid CDN: एक Hybrid CDN में Pull तथा Push दोनों ही चीजें होती हैं। यह CDN अक्सर एक्सेस की गई सामग्री को Cache करता है और जरुरत पड़ने पर मूल सर्वर से सामग्री खींचता है।

Peer-to-Peer CDN: Peer-to-peer CDN में कॉन्टेंट को सेंट्रल सर्वर्स की जगह नेटवर्क के peers के बीच distribute किया जाता है। ये लार्ज फाइल्स जैसे : software, updates या video content को लार्ज ऑडियंस तक पहुंचाने के लिए useful होता है।

CDN Providers

CDN के बहुत सारे Providers हैं जैसे Cloudflare, Akamai, Amazon CloudFront, और Fastly, इनमे से हर एक का अपना strengths और weaknesses होता है,

Cloudflare एक बहुत ही popular CDN प्रोवाइडर है, जो की DDoS protection, SSL/TLS encryption और web application firewall जैसी सर्विसेज ऑफर करता है।

Akamai एक बड़ा CDN प्रोवाइडर है जिसका सर्वर 135 से भी ज्यादा देशों में फैला हुआ है। Akamai, high-quality video और live streaming content को deliver करने में सक्षम है।

Amazon CloudFront, Amazon Web Services (AWS) के द्वारा CDN प्रोवाइड करता है। CloudFront, content optimization, SSL/TLS encryption, और dynamic content support जैसे Features ऑफर करता है।

Conclusion on CDN Kya Hota Hai

तो दोस्तों आज के इस लेख के माध्यम से हमने जाना की आखिर CDN क्या होता है और किस तरह से काम करता है। हमने अपनी तरफ से पूरी जानकारी देने की कोशिश की है इसके अलावा भी अगर आपके दिमाग में CDN Kya Hota Hai इस सवाल को लेकर कोई और सवाल हो तो हमें जरूर बताएं। अगर आपको आज का पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ share करके इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुचायें।

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है Suniel Singh है. मैं इस ब्लॉग का Author हूँ। पेशे से मैं एक कंप्यूटर टीचर जो और मैं पिछले 15 सालों से मैं कंप्यूटर सीखा रहा हूँ। मैं पिछले 2 सालों से Digital Marketing कर रहा हूँ और सीखा भी रहा हूँ। इस ब्लॉग को शुरू करने के पीछे मेरा उद्देश्य है की मैं ज्यादा से ज्यादा लोगो तक कुछ नया सीखा सकूँ।

Leave a Comment

Best seo tools.